Monday, March 29, 2021

डेंटल इम्प्लांट DENTAL IMPLANT 1

दांत का नुकसान - ज्यादातर दांतों की सड़न, पेरियोडोंटल(periodontal) बीमारी या चोट के कारण हैं । कई वर्षों के लिए, खाली  जगह को भरने के लिए उपलब्ध एकमात्र विकल्प- क्राउन, ब्रिज और डेन्चर थे। लेकिन, आज, डेंटल इम्प्लांट उपलब्ध हैं



डेंटल इम्प्लांट सबसे करीबी हैं जो स्वस्थ, प्राकृतिक दांतों के तरह होते हैं। वे आपको अपनी इच्छानुसार जीने की अनुमति देते हैं - अपने दांतों की चिंता किए बिना, खाने, मुस्कुराने, हंसने, बात करने और अपनी रोजमर्रा की सभी गतिविधियों का आनंद लेने के लिए अनुमति देते हैं। 


एक दांत; कई दांतों के साथ-साथ सभी दांतों को बदलने का काम आपका डेंटल इम्प्लांट मुमकिन कर सकता हे 

आधुनिक डेंटल इम्प्लांट का 30 वर्षों से सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है। वे गले हुए दांतों , खाली  जगह  को भरने के लिए उपलब्ध सबसे मजबूत उपकरण हैं



डेंटल इम्प्लांट एकमात्र दंत रीस्टोरेशन विकल्प है जो प्राकृतिक हड्डी को सुरक्षित करता है, वास्तव में हड्डी के विकास को प्रोत्साहित करने में मदद करता है।


डेंटल इम्प्लांट टूटे हुए या क्षतिग्रस्त दांतों को बदलने के लिए आदर्श होते हैं। सलाह दी जाती है कि ये डेंटल इम्प्लांट  एक महंगी प्रक्रिया के साथ-साथ लंबी प्रक्रिया भी हो सकते हैं।

  • डेंटल इम्प्लांट क्या हे ?

डेंटल इम्प्लांट मेटल के पोस्ट या फ्रेम होते हैं, जो आपके मसूड़ों के नीचे जबड़े वाली हड्डी  में लगाया जाता हैं।

जहाँ हड्डी कम होती वहां बोन ग्राफ्टिंग की जाती हे।  

ऑसियोइंटरग्रेशन (osteointegration) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक टाइटेनियम पोस्ट को जबड़े में लगा दिया जाता है। इसे 3-6 महीने के लिए छोड़ दिया जाना चाहिए ताकि हड्डी इसके चारों ओर फ्यूज कर सके।
एक बार जब उपचार पूरा हो गया है, तो  मुंह का एक नाप लिया जायेगा । 
फिर दांतों की मौजूदा आकृति और रंग से मेल खाने के लिए एक सिरेमिक दांत बनाया जाएगा।



  • दंत इम्प्लांट के फायदे क्या हैं?

बेहतर अपीयरेंस 

बेहतर स्पीच

बेहतर आराम।

खाने में आसानी ।

बेहतर आत्मसम्मान।

मौखिक स्वास्थ्य में सुधार।

स्थायित्व / डीयूराबीलिटी / लॉन्ग टर्म सलूशन ।

सुविधा।


डेंटल इम्प्लांट भी प्राकर्तिक दांतों के जैसे देखभाल की आवश्यकता होती है, जिसमें ब्रशिंग, फ्लॉसिंग, एक जीवाणुरोधी माउथवॉश के साथ रिंसिंग और नियमित रूप से डेंटल चेक-अप  शामिल हैं।

डेंटल इम्प्लांट सबसे अच्छा, मजबूत विकल्प 

डेंटल इम्प्लांट एक फिक्स्ड और लॉन्ग टर्म समाधान 

डेंटल इम्प्लांट, हड्डी और आसपास के भागों को लम्बे समय तक बचाए रखने का पक्का उपाए

Friday, March 26, 2021

6 नियमों का पालन करें: SIX DENTAL RULES

यदि आप चाहते हैं कि आपके दांत लंबे समय तक टिके रहें तो 6 नियमों का पालन करें

यदि आप अपने दांतों की देखभाल नहीं करते हैं और अपने मौखिक/ओरल  स्वास्थ्य का ठीक से प्रबंधन नहीं करते हैं, तो आप अपने डेंटल ट्रीटमेंट में हजारों रूपए खर्च कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि फुल माउथ  ट्रीटमेंट  की लागत Rs 45,000 और Rs  1,00,00,000 के बीच हो सकती है? 

प्रिवेंटिव/Preventive (निवारक ) दंत चिकित्सा का अभ्यास करके, आप इन अत्यधिक दंत चिकित्सा लागतों से खुद को सुरक्षित कर सकते हैं

प्रिवेंटिव दंत चिकित्सा दांतों की सड़न और अन्य दंत रोगों और स्थितियों को रोकने के लिए चल रही स्वच्छता प्रक्रियाओं और दैनिक देखभाल  के महत्व पर जोर देती है।

रोकथाम दंत चिकित्सा

RULE 1 : ब्रश और ब्रशिंग 

1. रात को सोने से पहले ब्रश जरूर करें उसके बाद कोई भोजन या  ड्रिंक्स न लें

2. सॉफ्ट ब्रिसल वाले ब्रश का ही इस्तेमाल करें ।

3. सही तकनीक का उपयोग करें ।

4. ब्रश के ब्रिसल अगर दूर दूर हो रहे हो यह बाहर के तरफ निकलना सुरु कर दिया हो तो एक नया सॉफ्ट ज़िग जैग ब्रश ले आमतोर पर ब्रश बदलने का समय 3 महीने के बाद ।

5. ज़्यदा ब्रशिंग भी नुक्सानदयाक हो सकती हे । प्रतिदिन बस एक बार रात को सोने से पहले बस ।

6. ब्रश को पीछे के दांतो में भी करें , पीछे के दांत आगे के दांतो के मुकाबले ज्यादा ज़रूरी हे उनका ध्यान रखेंगे तो वह ज्यादा साल चलेंगे और आप बाकि बीमारियों से भी बचेंगे , क्यूंकि आप खाना को चबा चबा के खा पाएंगे

7. अपने बच्चो को पहले ब्रश करना सिखाएं और सही तकनीक से ब्रश करने के लिए ज़ोर दे ।

8. इलेक्ट्रिक ब्रश से ज़्यदा मैन्युअल हैंड ब्रश फयदेमंद होता हे , इलेक्ट्रॉनिक ब्रश के पीछे न भगे ।

9. जितनी जल्दी हो सके अपने बच्चे को ब्रशिंग करना सिखाएं  और उसे खुद  करने दे, जैसे ही आपके बच्चे का पहला दांत निकलता है, रोजाना दांतों की सफाई शुरू करें ।

RULE 2. टूथपेस्ट

1. हमेशा फ्लोरिड रहित टूथपेस्ट का इस्तेमाल करे

    मार्किट में इतने ब्रैंड्स हे , आपको फ्लोरिड रहित टूथपेस्ट ही इस्तेमाल करना हे

2. टूथपेस्ट हमेशा मूंगफली के दाने जितना साइज का ही टूथपेस्ट ब्रश में लें, टीवी में दिखाए जाने वाले कमर्शियल की तरह नहीं   याद रखें  उनका काम हे ज्यादा से ज्यादा लोग टूथपेस्ट खतम करें और नया ले , इसलिए हमे उनके बहकावे में नहीं आना, हमेसा मूंगफली के दाने  जितना ही टूथपेस्ट ले ।

3. ज्यादा अब्रेसिव, झाग वाला, चारकोल , ज्यादा  नमक , रेड पेस्ट , रेड पाउडर  जैसे टूथपेस्ट कमर्शियल के बहकावे में न आये।  याद रखे फ्लोरिड रहित 1000 पीपीएम टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करे ।

4. आयुर्वेदिक हो य नॉर्मल  टूथपेस्ट हो बस फ्लोरिड होना जरूरी हे ।

5. सेंसिटिविटी गरम और ठंडा लगने से बचने के लिए बड़े सारे सेंसिटिविटी टूथ पेस्ट मार्किट में हे जैसे, सेंसोडाइन रैपिड रिलीफ, इमोफोर्म, सेंसोफॉर्म अन्य और ब्रांड , जब भी किसी दांत में झनझनाहट  का एहसास हो , इन डीसेंसिटाईज़िंग टूथपेस्ट का इस्तेमाल करे।  और ज़्यदा ठंडा और गरम खान पान से बचे

 6.  5 साल से छोटे बच्चे हे , उनके लिए 5०० पीपीएम वाले फ्लोरिड टूथपेस्ट का इस्तेमाल करे; 6 साल से ऊपर वाले बच्चे नार्मल फ्लोरिड टूथपेस्ट कर सकते हे ।

RULE 3. माउथवाश

मुँह में प्लाक हर चौबीस घंटो में जम जाता हे , अगर आप प्लाक हटयगे , नहीं तो प्लाक जमते जमते सख्त हो जाता हे और कैविटी और मसूड़ों की बीमारी पैदा करता हे 

प्लाक न जमे इसके लिए 

1. कलोरोहेक्सिडिन माउथवाश का 1:1 के रेश्यो में माउथवाश करे , जितना पानी उतना कलोरोहेक्सिडिन माउथवाश, फिर खाने के बाद दिन में एक बार सोने से पहले, मुह् में एक मिनट तक चरो और मुँह मैं घुमाते हुए थूक दे, ऐसा आप दो से तीन बार करे

 कलोरोहेक्सिडिन माउथवाश प्लाक को न जमने में मदद करेगी और कैविटी और मसूड़ों की कई बीमारियों से आपको बच्येगी 

याद ये रखे की , कलोरोहेक्सिडिन माउथवाश का एक साइड इफ़ेक्ट हे की नियमित इस्तेमाल से ये आपके दांतो में ब्राउन स्टैन कर देता हे , तो फिर कैसे करे ?

एक हफ्ता इस्तेमाल करे , फिर 14 दिन बंद कर दे , फिर एक हफ्ता इस्तेमाल करे इसी प्रकार  इस्तेमाल करे। 

2. गुन गुने पानी में चुटकी भर नमक डाल के माउथवाश करे, आपको हर बार खाने के बाद दो से तीन कुल्ला  करना हे । 

3. बीटाडीन 2 %  माउथवाश 1:1 के रेश्यो में माउथवाश करे, खाने के बाद दो से तीन बार कुल्ला  करना हे । 

RULE 4. फ्लॉस 

दांत के बाहर के ऊपर के सरफेस को तो आपने टूथब्रश , माउथवाश से साफ़ कर दिया लेकिन उन जगाओ को कैसे साफ़ करेंगे जो दो दांतो के बीच हे ?  जहाँ खाना फस  जाता हे, वहां आपको फ्लॉस का इस्तेमाल करना हे 

1. बहुत से वैक्स्ड फ्लॉस जैसे की ओरल-ब, कोलगेट, थर्मोसील, कई अन्य फ्लॉस ब्रांड महसूर हे , वैक्स्ड फ्लॉस बहुत आसानी से दांतो के बीच की जगह को साफ़ करते हे और दांत के बीच होने वाली कीड़े लगने की आम समस्या से आपको बचाता हे। 

आजकल फ्लॉस एक फ्लॉस होल्डर में भी आपको मिल जायेगा। 

आप देखोगे बहुत से सेलिब्रिटी , फॉरेनर  अपने पास बस कुछ रखे न रखे फ्लॉस ज़रूर रखते हे , क्यूंकि उनको पता हे दांतो के बीच एक बार कीड़ा लग जाये तो कितनी परेशानी होती हे और कितना पैसा खर्च करना पड़ता हे। 

2. आजकल और भी इंटरडेंटल क्लीनिंग करने के उपकरण आ गए हे जैसे की  इंटरडेंटल ब्रश , इंटरडेंटल टूथपिक्स बड़ी कारीगर हे

थर्मोसील , डॉ रेड्डी , टेपे (tepe) इंटरडेंटल ब्रूशेस , इंटरडेंटल टूथपिक में  डॉ तुंग पेरिऑस्टिक (dr Tung s periosticks) , डॉ बर्मन्स टूथपिक कई  मार्किट, ऑनलाइन साइट्स में उपलब्ध है

  RULE 5. खान पान को सुधारे

1. शुगर य शुगर से बनी चीज़ो (बिस्किट्स, केक, वेफर, चाय, कॉफी, दूध, चॉक्लेट्स, ब्राउनी, मिठाई, एरेटेड ड्रिंक्स - कोकाकोला तम्ब्सप लिम्का पेप्सी  माज़ा अन्य चीनी से बानी चीज़े )  से जितना हो सके बचे , चिप चिप चीज़ो (नमकीन, चिप्स, पिज़्ज़ा, बर्गर, मैदा वाली चीज़े) से बचे, दूद से बचे विशेष रूप से रात में, ये सब आपके दांतो में फेविकोल की तरह चिपक जाती हे और दांतो में कीड़े पैदा करने में सहायक होती हे खासकर यदि आप सोने से पहले खाते य पीते हैं और ब्रश नहीं करते हैं

2. जब आप लगातार स्नैक या शक्कर पेय पीते हैं, तो आप मुंह के बैक्टीरिया को एसिड का उत्पादन करने के लिए अधिक ईंधन देते हैं जो एसिड आपके दांतों पर हमला करते हैं और दांत गला देते हैं। और दिन भर में सोडा या अन्य एसिडिक पेय पीना आपके दांतों पर एक निरंतर एसिड बनाने में मदद करता है

3. बेडटाइम शिशु आहार। जब शिशुओं को दूध, फार्मूला, जूस या अन्य शक्कर युक्त तरल पदार्थों से भरी बोतलें दी जाती हैं, तो ये पदार्थ उनके दांतों पर घंटों तक रहते हैं, जब वे सोते हैं, तो दांत कैविटी पैदा करने वाले बैक्टीरिया का  खाना बन जाता हैं और धीरे धीरे दांत को गला देता हे । इस कैविटी को अक्सर बेबी बोतल टूथ (नर्सिंग बोतल कैरीज़ ) कहा जाता है। 

भले ही आप ये सब लें

कृपया तुरंत ब्रश और माउथवॉश करें

4.खाने के विकार, कई दवाई लार उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकते हैं। लार मुंह में एसिड को बेअसर करता है, सलीवा/लार खाने से एसिड और खाने के अवशेषों को धोता है। जब एसिड इनेमल को नुकसान पहुंचाता है, तो लार एक प्रक्रिया में दांत की सुरक्षात्मक सतह की मरम्मत करता है जिसे रिमिनरीलाइज़ेशन कहा जाता है

5. ज़्यदा ध्यान आप फाइबरौस खाने में जोर दे  जैसे कैराट, फल, सब्ज़ीज़िया, ये स्वयं सफाई हो जाते हे, चिपकती नहीं, और गुड बैक्टीरिया को उबारती हे, अपने बच्चो को भी सिखाये।

RULE 6. डेंटल चेकउप

साल के हर 6 महीने में एक बार डेंटल चेकउप करवाए, अपने सभी दांतो का एक्सरे करवाए, 
इससे दो चीज़े होंगी
पहला, सभी दांतो को दन्त चिकत्सक चारो ओर गौर से देखेंगे, और अगर कोई कैविटी निकली तो उससे आगे न बढ़ने दिया जाये उसके लिए कम् होगा

दूसरा, दांतो के वो हिस्से जो डेंटिस्ट को दीखते नहीं वह भी एक्सरे से दिख जाएंगी जिससे आपको पहले ही अपने दांतो की समस्या का पता चल जायेगा  और आप समस्या को आगे बढ़ने से रोक पाएंगी चाहे एक सिंपल फिलिंग से य सिंपल सफाई से। 

एक्सरे से गबराये नहीं।  

जिनके मुँह में एक्टिव कैरीज होने का खतरा होता हे उन्हें  हर तीन महीने में अपने हर एक दांत का एक्सरे करने की  सलाह होती हे  

जिनके मुँह में कैविटी जैसे कम लक्षण होते हे उन्हें हर छे महीने मै और 
जिनके मुँह में बहुत काम कैरीज  होती हे उन्हें साल में एक बार अपने दांतो का एक्सरे करने सलाह दी जाती हे , 

4-5 एक्सरे करना नुक्सानदयाक नहीं हे ये उतना हे रेडिएशन देंगीं जितना आप सुबह 9 बजे से लेके 12 बजे तक धुप में बैठे हो।  कोई इसके नुक्सान वाले असर नही। 

इस 6 सिफारिश का पालन करने से आपके दंत चिकित्सक को अपने शुरुआती चरण में दंत रोग को रोकने में मदद मिल सकती है, आपकी मुस्कान की रक्षा और आपके खर्च को सीमित किया जा सकता है

Wednesday, March 24, 2021

रूट कैनाल RCT Root Canal Treatment

रूट कैनाल एक दंत प्रक्रिया है जिससे हम सभी परिचित हैं। रूट कैनाल से हम सब भयभीत हैं, हालांकि जब किसी और को रूट कैनाल प्रक्रिया मिल रही है तो हम में से अधिकांश इसे कुछ मनोरंजक पाते हैं। 

हालाँकि कई लोग इस बात से अवगत नहीं हैं, लेकिन कई पीढ़ियों से रूट कैनाल चलता हुआ आ रहा  हैं। कई साल पहले, प्राचीन सभ्यताओं ने दांतों को बचाने के लिए इस पद्धति का उपयोग किया था जो अन्यथा दांत खो देने पड़ते  थे। इन सभ्यताओं ने उन लोगों के दांतो की  रूट कैनाल की, जैसे कि रानी, ​​राजा। 

कई साल पहले, डॉक्टरों का मानना ​​था कि कीड़े दांतों की सड़न का कारण थे। वे यह भी मानते थे कि कीड़े मारने के कई तरीके हैं, जिनमें दिन और रात दोनों समय मुंह में अपनी मूत्र से कुल्ला करना शामिल है। जितना ये सुनने में गन्दा हे उतना हे गन्दी प्रक्रिया, इस उपाय को 1728 में खारिज कर दिया गया था, जो गैर-प्रभावी साबित हुआ और अन्य उपयुक्त उपचार द्वारा प्रतिस्थापित किया गया। जैसे-जैसे समय बीतता गया, डॉक्टरों ने साबित कर दिया कि दर्द को रोकने का सबसे अच्छा तरीका दांत की नस और पल्प को साफ़ और निकालना था।

इन दिनों रूट कैनाल एक बहुत ही सामान्य प्रक्रिया है, क्योंकि वे मृत पल्प को हटाकर दांत को बचाने में मदद करते हैं। इन्फेक्शन


वाली पल्प दांत के अंदर मौजूद है, और अगर यह ध्यान नहीं 
दिया गया तो यह पस तक बना सकती है।








रूट कैनाल उपचार दंत दर्द को दूर करने और अपने दांतों को बचाने के लिए अक्सर सीधी प्रक्रिया है। दांतों की जड़ों में सूजन या संक्रमण होने पर मरीजों को आमतौर पर रूट कैनाल की जरूरत होती है। रूट कैनाल उपचार के दौरान, दंत चिकित्सक जो इस तरह के उपचार में माहिर हैं, ध्यान से दांत के अंदर के इन्फेक्शन को हटा देता है, जड़ो को अंदर तक साफ करता है, कीटाणुरहित करता है और जगह भरने के लिए जगह बनता है।


दांत को रूट कैनाल उपचार से के कई फायदे हैं:


-कुशल से आप खाना चबा पाएंगे 

-सामान्य काटने बल और सेंसिटिविटी का महसूस करेंगे 

-प्राकृतिक रूप से अपने दांत को पहले जैसा इस्तेमाल कर पाएंगे 

-अन्य दांतों को अत्यधिक प्रेशर, मेहनत, खिंचाव से बचाता है





Thursday, March 18, 2021

फ्लॉसिंग कैसे करे How to Floss


फ्लॉसिंग एक महत्वपूर्ण मौखिक स्वच्छता अभ्यास हैदांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारी तब विकसित हो सकती है जब दांतों पर और मसूड़ों की रेखा के साथ प्लाक का निर्माण हो जाता है। व्यावसायिक सफाई, टूथ ब्रश करना, और दांतों के बीच की सफाई (फ्लॉसिंग और अन्य उपकरण जैसे इंटरडेंटल ब्रश का उपयोग) को प्लाक को बाधित और हटाने के लिए उपयोगी बतया गया है।

इंटरडेंटल क्लीनर जैसे फ्लॉस आपके दांतों और मसूड़ों की देखभाल का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। दांतों के बीच की सफाई से उन प्लाक को हटा दिया जाता है जिससे दांतो में कीड़ा लगने या मसूड़ों की बीमारी हो सकती है जहां टूथब्रश नहीं पहुंच सकता है। 

दांतों के बीच खाने के कर्ण जो प्लाक बिल्डअप में योगदान कर सकती है उसे हटाने में मदद करने के लिए इंटरडेंटल सफाई कामयाब साबित होती है 

500 से अधिक जीवाणु प्रजातियों को प्लाक में पाया जा सकता है; कुछ अच्छे हैं और कुछ आपके मुंह के लिए बुरे हैं। खाद्य मलबे, पानी और अन्य घटकों के साथ मिलकर,


दांतों के चारों ओर और मसूड़ों पर प्लाक बिल्डअप दांतों और मसूड़ों में रोग के लिए योगदान देगा।


फ्लॉसिंग कैसे करे ? क्या हे फ्लॉसिंग की सही तकनीक ?




1. 18 इंच के आसपास लंबे फ्लॉस के टुकड़े को काटें

2. फ्लॉस का एक सीरा अपनी बीच की उंगली में लपेटें 

3. बक्की बचे फ्लॉस का दूसरा सीरा अपनी दूसरी मध्यमा उंगली में लपेटें 




4. कुछ इस तरीके से की दो इंच का फ्लॉस आपके अंगूठे और पहेली ऊँगली के बीच हो । 


5. अपने अंगूठे और पहेली ऊँगली के बीच मजबूती से फ्लॉस रखें, धीरे से दांतो के बीच जिग जैग मोशन से फ्लॉस को स्लाइड करें, बिना कोई प्रेशर के स्लाइड करें और फिर गम लाइन के नीचे रख कर फ्लॉस को दाएं - बाएँ घुमाये , धीरे से नीचे की और फ्लॉस को जिग जैग मोशन से निकालें।















6.जैसे-जैसे आप दांत से दांत की ओर बढ़ते हैं, वैसे-वैसे फ्लॉस के साफ वर्गों का उपयोग करें। समाप्त होने के बाद, फ़्लॉस को फेंक दें। इस्तेमाल किया हुआ फ्लॉस का टुकड़ा उतना प्रभावी नहीं होगा और इसके इस्तमाल से आपके मुंह में बैक्टीरिया को पीछे छोड़ सकता है। इसलिए हर बार नया फ्लॉस थ्रेड इस्तमाल करें 

7. इस तरीके से प्रत्येक दांत के बीच फ्लॉस करें 

8. दिन में एक बार फ्लॉस करें

कुछ ही दिनों  में आप देखेंगै की आप फ्लॉस करने के मास्टर हो चुके होंगे और औरो की मदद किया करेंगे 

चाहे आप फ़्लॉस का उपयोग करें या अन्य इंटरडेंटल क्लीनर एक व्यक्तिगत प्राथमिकता है, लेकिन प्रत्येक उपकरण के लिए उचित तकनीक को समझना बहुत महत्वपूर्ण है ताकि यह प्रभावी हो। 

अच्छे मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए, दिन में दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से दो मिनट तक नरम / सॉफ्ट ब्रश करे , दिन में एक बार दांतों के बीच की सफाई करें और  नियमित डेंटिस्ट को दिखते रहे / विजिट करें।


watch good technical video Youtube for better understanding

https://youtu.be/eAp2FeO4hCI

https://youtu.be/rm5oAAeoEnI

https://youtu.be/HhdoPXNKNm4

Toothache Question

  My mother 54 years old is having toothache and so she took sporidex af 750 that the dentist prescribed one year back. Astonishingly she go...